खो गई वो डायरी...
प्रतीकात्मक फोटो खो गई वो डायरी, थी जिसमें मेरी शायरी।। सुन सखी, तुझे बताऊं, याद बलम की आय री।। खो गई वो डायरी... बात कहूं इक मेरे मन की, प्रेम मगन को दुनिया बड़ा सताए री।। खो गई वो डायरी... अपने आंगन की चंचल चिडि़या, पंख फैले, सो ही उड़ जाए री।। खो गई वो डायरी... आपाधापी दुनिया भर की, साथ कौन वहां ले जाए री।। खो गई वो डायरी... - योगेश साहू